Valedictory of Teaching Practice

जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय के छात्र अध्यापकों के शिक्षण अभ्यास का विधिवत समापन।
शिक्षण अभ्यास भावी शिक्षकों में बढ़ाता है कौशल, रचनात्मकता और गुणवत्ता : डॉ जयप्रकाश

सिरसा, 31 दिसंबर 2024: जेसीडी विद्यापीठ के शिक्षण महाविद्यालय, सिरसा में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बी.एड. सामान्य एवं स्पेशल शिक्षा पाठ्यक्रम के छात्र-अध्यापकों का शिक्षण-अभ्यास कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह अभ्यास सिरसा जिले के विभिन्न प्रतिष्ठित विद्यालयों जैसे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिकंदरपुर, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिरसा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय वैदवाला और दी सिरसा स्कूल सिरसा में आयोजित किया गया।

इस अभ्यास कार्यक्रम का उद्देश्य भावी शिक्षकों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना और स्कूली छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के माध्यम से शिक्षण के आवश्यक गुर सिखाना था। समापन अवसर पर इन सभी विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिनमें छात्र-अध्यापक, स्कूली विद्यार्थियों और अध्यापकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

समापन समारोह में जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. जयप्रकाश मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षण अभ्यास न केवल भावी शिक्षकों के लिए अत्यधिक लाभकारी है, बल्कि यह शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता को भी सुदृढ़ करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षक अपने भीतर रचनात्मकता विकसित करते हैं और कक्षा-कक्ष प्रबंधन, प्रभावी संवाद, और शिक्षण सहायक सामग्री के उपयोग में दक्षता हासिल करते हैं।

डॉ. जयप्रकाश ने कहा कि शिक्षक का प्रशिक्षण एक सतत प्रक्रिया है, जो उसे अपनी शिक्षण कौशल और ज्ञान को निखारने का अवसर देती है। यह न केवल शिक्षक को नई प्रवीणता विकसित करने में मदद करती है, बल्कि छात्र-शिक्षक संवाद को भी प्रभावी बनाती है। उन्होंने विशेष रूप से जोर दिया कि कक्षा-कक्ष में नियमित उपस्थिति, बच्चों की समझ विकसित करना और शिक्षण के लिए एक संरचित दृष्टिकोण अपनाना, गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की आधारशिला है।

उन्होंने इस अभ्यास कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनके सहयोग के बिना यह कार्यक्रम संभव नहीं हो पाता। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक शिक्षा को साकार रूप देने के लिए ऐसे कार्यक्रम आवश्यक हैं, जो शिक्षकों को शिक्षा की समझ विकसित करने और समकालीन चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाएं।

इस अवसर पर शिक्षण महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कंवलजीत कौर और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. निशा भी उपस्थित रहीं। उन्होंने शिक्षण-अभ्यास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह भावी शिक्षकों को शिक्षा के व्यावहारिक पहलुओं से परिचित कराता है।

कार्यक्रम के अंत में टीचिंग लर्निंग गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य, अध्यापकगण, और विद्यार्थीगण भी मौजूद रहे।

JCDV Quiz