Valedictory of CRE Programme (1)

Continuous Rehabilitation Education- JCD PG College of Education

सिरसा 20 नवंबर , 2020: जन नायक चौधरी देवी लाल विद्यापीठ में स्थापित जननायक चौधरी देवीलाल शिक्षण महाविद्यालय, सिरसा में भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा तीन दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा (सीआरई) आनलाइन कार्यक्रम का समापन समारोह का आयोजन किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ शमीम शर्मा मैनेजिंग डायरेक्टर जेसीडी विद्यापीठ सिरसा विद्यापीठ व कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ जयप्रकाश ने की। डॉ जयप्रकाश ने आनलाइन स्वागत करते हुए उनका संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ जयप्रकाश ने संबोधित करते हुए कहा कि विकलांग बच्चों की क्षमता के बारे में जानकारी के अभाव में कई स्कूल ऐसे बच्चों को अपने यहां दाखिला लेने से हिचकते हैं। शिक्षकों, प्राचार्यों तथा स्कूल के अन्य कर्मचारियों को सुग्राही बनाने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएं। इस अवसर पर विशेष अतिथि डॉ शमीम शर्मा ने सभी प्रतिभागियों से कहा कि आप सभी नौकरी के साथ -साथ एक पुनीत कार्य से भी जुड़े हुए है। अतः आप अपने-अपने क्षेत्र में पूरे मन एवं ईमानदारी से कार्य करें ताकि ईश्वर आपकी हमेशा मदद करता रहेगा। डॉ शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के विशेष बच्चों की बहुत ही देखभाल की आवश्यकता है। विशेष अध्यापक इस प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेकर समाज में पैदा कर सकते हैं।

मुख्य अतिथि डॉ शमीम शर्मा ने कहा कि विकलांग छात्रों के क्लास रूम, हॉस्टल, कैफेटेरिया तथा अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उचित एजेंसियों जैसे- मार्केटिंग बोर्ड, जिला ग्रामीण विकास एजेंसी, निजी एजेंसी व विकलांगों द्वारा निर्मित मालों तथा सेवाओं की मार्केटिंग में शामिल गैर-सरकारी संगठनों के जरिए सहायता प्रदान की जाएं।

सतत पुनर्वास शिक्षा (सीआरई) प्रोग्राम में रिसोर्स पर्सन मिस्टर राजपवन जांगड़ा प्रिंसिपल आतम सुख आतम देव आश्रम होशियारपुर ने विजुअल एंड परफॉर्मिंग आर्ट से स्पेशल बच्चों का कैसे पुनर्वास किया जाता है इसके बारे में जानकारी दी ,डॉक्टर सूरज कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर लेडी इरविन कॉलेज यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली इन्होंने समावेशी शिक्षा के महत्व और क्षेत्र के बारे में विस्तार पूर्वक बताया इसके बाद ,मिस्टर रिंकू कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर आदर्श रिहैबिलिटेशन सेंटर भिवानी मिस्टर रिंकू कुमार जी ने बताया कि किस प्रकार हम टीचिंग लर्निंग मैटेरियल का विकास मानसिक मंदबुद्धि बच्चों के लिए कर सकते हैं इसके बाद मिस्टर मदनलाल असिस्टेंट प्रोफेसर जन नायक चौधरी देवी लाल कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन सिरसा ने दिव्यांग बच्चों की शीघ्र हस्तक्षेप सेवाओं के बारे में बताया और उन बच्चों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है क्या उनको लाभ होता है इसके बारे में विस्तार से बताया ।

रिसोर्स पर्सन डॉक्टर वसीम अहमद असिस्टेंट प्रोफेसर गवर्नमेंट रिहैबिलिटेशन इंस्टीट्यूट फॉर इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटीज चंडीगढ़ ने अनेक प्रकार के दिव्यांग बच्चों का किस प्रकार चिकित्सा रोकथाम किया जाता है इस पर उन्होंने विस्तार पूर्वक पार्टिसिपेट को लाभान्वित किया दूसरे नंबर पर रिसोर्स पर्सन रहे डॉक्टर सूरज कुमार डीन ऑफ कॉलेज हेड ऑफ डिपार्टमेंट साइकोलॉजी पोस्ट ग्रैजुएट गवर्नमेंट कॉलेज चंडीगढ़ ने प्रीस्कूल लेवल पर अनेक प्रकार की शिक्षण विधियां के बारे में बताया, मायर कॉलेज ऑफ एजुकेशन जम्मू के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रोनिका शर्मा ने व्यक्तिगत शैक्षणिक कार्यक्रम के विभिन्न तत्व के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी इसके बाद रिसोर्स पर्सन रहे डॉक्टर महेंद्र कुमार प्रिंसिपल नवज्योति मनोविकास स्पेशल टीचर ट्रेनिंग कॉलेज जोधपुर ने दिव्यांग बच्चों के विभिन्न शिक्षण पद्धति के बारे में परी स्कूल लेवल पर उन्हें किस प्रकार से शिक्षित किया जा सकता है इसके बारे में जानकारी दी !

कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर श्री मदनलाल ने कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम के अंत में आयोजन सचिव डॉ राजेंद्र कुमार ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया।

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