Peaceful conduct of IGNOU’s term-end exams
जेसीडी में इग्नू की सत्रांत परीक्षा का शांतिपूर्ण संचालन।
इग्नू ने शिक्षा और रोजगार के बीच का अंतर कम करने में की है मदद: डॉक्टर ढींडसा।
सिरसा, जून 2023, जननायक चौ. देवीलाल विद्यापीठ, सिरसा में स्थित जेसीडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी सत्रांत परीक्षा का संचालन एक जून से शांतिपूर्वक ढंग से किया जा रहा है। कॉलेज प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश ने जानकारी देते हुए बताया कि यह परीक्षा एक जून से सात जुलाई तक दो सत्र प्रातः कालीन व संध्याकालीन सत्र में चल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जून 2023 सत्रांत परीक्षाएं विभिन्न जिलों में स्थापित इग्नू अध्ययन केंद्रों, परीक्षा केंद्रों में ली जा रही हैं। परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय या सरकार की ओर से जारी वैद्य पहचान-पत्र उनके पास होना चाहिए। इसके अलावा परीक्षा हॉल में मोबाइल फोन की अनुमति नहीं है। ऐसे में एग्जाम सेंटर पर जाने से पहले इन बातों का ध्यान रखें। छात्र परीक्षा संबंधित तमाम जानकारी इग्नू की वेबसाइट पर भी देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा का आयोजन इग्नू द्वारा उनके विभिन्न ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सों के लिए वर्ष में दो बार जून और दिसंबर में किया जाता है। टीईई परीक्षा इग्नू के डिस्टेंस एजुकेशन के कोर्सों के मूल्यांकन प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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जननायक चौ. देवीलाल विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा ने अपने संदेश में परीक्षा दे रहे छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। भारत और अन्य 33 देशों के लगभग 40 लाख विद्यार्थी इसमें अध्ययन कर रहे हैं। यह विश्वविद्यालय भारत में मुक्त और दूरवर्ती अध्ययन का राष्ट्रीय संसाधन केंद्र भी है तथा दूरवर्ती शिक्षा में दुनिया का नायक है।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय को दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी का दर्जा यहां एनरोल स्टूडेंट्स की संख्या के आधार पर दिया गया है. दुनिया की बड़ी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट में कुल 84 यूनिवर्सिटी हैं, इसमें इग्नू के अलावा कई और भारतीय विश्वविद्यालय भी हैं।उन्होंने कहा कि इग्नू ने उन लोगों को शिक्षा प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जो रेगुलर विश्वविद्यालयों में शामिल नहीं हो सकते हैं। इसने शिक्षा और रोजगार के बीच का अंतर कम करने में मदद की है और लोगों को सफल होने के लिए उन्हें आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान किया है।
प्रोफेसर एच. के. लाल ने परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने केन्द्र की अनुशासन एवं सुविधाओं के लिए विद्यापीठ प्रशासन की प्रशंसा की।