Warning: "continue" targeting switch is equivalent to "break". Did you mean to use "continue 2"? in /home/jcdpgedu.edu.in/public_html/wp-content/plugins/revslider/includes/operations.class.php on line 2758

Warning: "continue" targeting switch is equivalent to "break". Did you mean to use "continue 2"? in /home/jcdpgedu.edu.in/public_html/wp-content/plugins/revslider/includes/operations.class.php on line 2762

Warning: "continue" targeting switch is equivalent to "break". Did you mean to use "continue 2"? in /home/jcdpgedu.edu.in/public_html/wp-content/plugins/revslider/includes/output.class.php on line 3684
Tree plantation on world Environment day | JCD PG College of Education

Tree plantation on world Environment day

दिनांक 5 जून 2021: जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय सिरसा एवं जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में 5 जून 2021 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया I इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री आर.के. जांगड़ा जिला वन अधिकारी, सिरसा व विशिष्ट अतिथि के तौर पर जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा उपस्थित रहे एवं महाविद्यालयों के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश एवं प्राचार्या डॉ शिखा गोयल ने अध्यक्षता की। शिक्षण महाविद्यालय के इको क्लब द्वारा इस अवसर पर पौधारोपण व पर्यावरण संरक्षण जागरुकता के लिए स्लोगन लेखन का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के सभी छात्रों ने ऑनलाइन बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम के शुभारंभ में एक सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया जिसमें कोरोना पीड़ितों के स्वास्थ्य की कामना व दिवंगतों को दीप श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश ने मुख्य-अतिथी व अन्य-अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है. इस बार इस दिन को मनाने के लिए वर्ष 2021 की थीम “पारिस्थितिकी तंत्र बहाली” निर्धारित की गयी है। इस दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रम इसी थीम पर आधारित होते हैं। पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली पर पेड़-पौधे लगाना, बागों को तैयार करना और उनको संरक्षित करना, नदियों की सफाई करना जैसे कई तरीकों से काम किया जा सकता है। डॉ. जयप्रकाश ने कहा कि “भारत संभवतः एकमात्र ऐसा देश है जहां पेड़ों की पूजा की जाती है, जहां जानवरों, पक्षियों और सरीसृपों की पूजा की जाती है और यह पर्यावरण के लिए भारतीय समाज का सम्मान है।

विशिष्ट अतिथि डॉ. शमीम शर्मा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य हमारी प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों को देखना है आजकल लोग अपने स्वार्थ और लालच के लिए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर, पर्यावरण के साथ जमकर खिलवाड़ कर रहे हैं। पेड़ काटने की वजह से न सिर्फ ग्लोबल वार्मिंग की समस्या अब विकराल रुप धारण करती जा रही है। अगर पेड़ों को नहीं बचाया गया तो हर तरफ हाहाकार मच जाएगा और मनुष्य और जीव-जंतु सभी का आस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा, इसलिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना चाहिए। पेड़ हम सभी के जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। पेड़ों के बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। यह न सिर्फ हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं बल्कि खाने के लिए भोजन भी उपलब्ध करवाते हैं। डॉ शमीम शर्मा जी ने सभी स्टाफ सदस्यों व विद्यार्थियों को संदेश दिया की कोरोना महामारी के कारण हमें वृक्षों का पर्यावरण का ऑक्सीजन का सभी का महत्व पता चल चुका है। अतः हम सबकी यह जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा करें और इसके संवर्धन के लिए हमेशा प्रयासरत रहें।

मुख्य अतिथि श्री आर.के. जांगड़ा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सबको इस प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए संपूर्ण समाज में मिलकर के व्यापक स्तर पर जन जागरण करना है। श्री जांगड़ा ने कहा कि पर्यावरण दिवस पर प्रत्येक घर में मौजूद पौधे का परिवार के सब लोग मिलकर के पूजन करें और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें। आगामी बरसात के दिनों में नीम, पीपल, बरगद जो ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पौधों का सिरसा जिले भर में महाभियान के तहत पौधरोपण कार्यक्रम चलेगा। हर गांव में पौधरोपण का कार्यक्रम चलाया जाएगा। मनुष्य दैनिक जीवन में पेड़ पौधों की रक्षा करे, भूमि वंदना से पंच महाभूतो-पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश की रक्षा करें। प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना हमारी भारतीय संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग रहा है। यह पारंपरिक प्रथाओं, धार्मिक विश्वासों, अनुष्ठानों, लोककथाओं, कलाओं और शिल्पों में भारतीय लोगों के दैनिक जीवन से परिलक्षित होता है। समाज अपने स्तर से प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करने के लिए जागरूक हो यही उद्देश्य है। स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान छात्रा शैफाली बीएड (प्रथम वर्ष) द्वितीय स्थान छात्रा अमनप्रीत (प्रथम वर्ष) व तृतीय स्थान छात्रा वीरपाल कौर बीएड (द्वितीय वर्ष) ने प्राप्त किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों एवं सभी विद्यार्थियों ने भाग लिया। जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के इको क्लब व यूथ रेड क्रॉस के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। जिसमें सभी विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों को पर्यावरण के प्रति सजग रहने को जागरूक किया गया।

JCDV Quiz