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Online Workshop "Psychological Counseling and COVID-Helpers" | JCD PG College of Education
Workshop 19

Online Workshop “Psychological Counseling and COVID-Helpers”

सिरसा 9 जून 2021: जन नायक चौधरी देवी लाल शिक्षण महाविद्यालय, सिरसा में ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन “महात्मा गांधी नेशनल काउंसिल आफ एजुकेशन, डिपार्टमेंट ऑफ हायर एजुकेशन, मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन, भारत सरकार” के सौजन्य से किया गया, जिसका विषय था ‌”साइकोलॉजिकल काउंसलिंग एंड कोविड-हेल्पर्स, स्किल्स फॉर स्टूडेंट्स कम्युनिटी”। इस कार्यक्रम का आयोजन जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जयप्रकाश, की देखरेखप में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि डॉ शमीम शर्मा, मैनेजिंग डायरेक्टर जेसीडी विद्यापीठ, सिरसा को आमंत्रित किया गया। इस वर्कशॉप में मुख्य वक्ता मिस्टर अजय कुमार, एम जी एन सी आर ई, डिपार्टमेंट ऑफ हायर एजुकेशन, मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन, भारत सरकार थे।

सर्वप्रथम डॉ जयप्रकाश जी ने मुख्य अतिथि डॉक्टर शमीम शर्मा, मैनेजिंग डायरेक्टर, जेसीडी विद्यापीठ का स्वागत किया व मुख्य अतिथि की उपलब्धियों के बारे में बताया कि डॉ शमीम शर्मा जेसीडी विद्यापीठ, सिरसा की एक कुशल प्रशासक है, वह इस तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करने में हमारा भरपूर सहयोग देती हैं व स्वयं भी ऐसे कार्यक्रम में उपस्थित होती हैं,

डॉक्टर जयप्रकाश ने बताया कि डॉक्टर शमीम शर्मा के दिशा निर्देशों के कारण हम अपने सभी कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक आयोजित कर पाते हैं, उन्होंने बताया कि डॉ शमीम शर्मा को मदर टेरेसा द्वारा एक उत्तम सामाजिक कार्यकर्ता होने के कारण स्वर्ण पदक प्रदान किया गया व राष्ट्रपति द्वारा 2001 की जनगणना में विशिष्ट सामाजिक योगदान देने पर उन्हें सिल्वर मेडल से भी सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में महिलाओं में डॉ शमीम शर्मा ने सबसे अधिक बार रक्तदान देने का रिकॉर्ड स्थापित किया। डॉक्टर शमीम शर्मा को हरियाणा सरकार के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा फरवरी 2010 में “हरियाणा इनसाइक्लोपीडिया के 10 वॉल्यूम” का लेखन करने पर 100000 की राशि के रूप में पुरस्कृत किया गया, हरियाणा साहित्य अकादमी 2011 में उन्हें विशिष्ट साहित्य सेवी अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।

डॉक्टर शमीम शर्मा को गत वर्ष हरियाणा सरकार द्वारा उत्तम साहित्य रचनाकार के रूप में 200000 की राशि से पुरस्कृत किया गया। डॉ जयप्रकाश ने इस वर्कशॉप में सभी जेसीडी विद्यापीठ के कॉलेजों के प्राचार्य एवं फैकल्टी मेंबर्स का ऑनलाइन वर्कशॉप में हिस्सा लेने पर धन्यवाद किया। इस वर्कशॉप में डॉक्टर शमीम शर्मा ने सर्वप्रथम अपने वक्तव्य में मिस्टर अजय कुमार, महात्मा गांधी नेशनल काउंसिल ऑफ रूरल एजुकेशन, डिपार्टमेंट ऑफ हायर एजुकेशन, मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन,भारत सरकार के रिप्रेजेंटेटिव एवं मुख्य वक्ता का अभिनंदन किया और कहा कि इस प्रकार की वर्कशॉप से जेसीडी विद्यापीठ के फैकल्टी मेंबर्स व स्टूडेंट्स को बहुत लाभ मिलेगा व विद्यापीठ के विद्यार्थी कोविड-19 से लड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा बनाई गई विभिन्न टीमों में हिस्सा लेकर सामाजिक सेवा कर पाएंगे। इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जेसीडी विद्यापीठ के विद्यार्थी कोविड-19 से जूझ रहे व्यक्तियों की मनोवैज्ञानिक दृष्टि से, आर्थिक दृष्टि से, व चिकित्सा की दृष्टि से मदद कर सकेंगे। इस वर्कशॉप में मुख्य वक्ता मिस्टर अजय कुमार ने जेसीडी विद्यापीठ के फैकल्टी मेंबर्स से अंतः क्रिया के माध्यम से विभिन्न कोविड-19 संबंधी समस्याओं को बताया व शिक्षण स्टाफ के सदस्यों को प्रेरित किया कि वह अपने विद्यार्थियों को कोविड-19 से जूझ रहे व्यक्तियों की सहायता हेतु विभिन्न टीमें बनाकर हमारा सहयोग करें।

इस वर्कशॉप में जेसीडी विद्यापीठ के विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य, शिक्षण स्टाफ व 100 से अधिक विद्यार्थियों ने लाभ उठाया। मिस्टर अजय कुमार मुख्य वक्ता ने एक मनोवैज्ञानिक उदाहरण के माध्यम से समझाया कि राम नाम का इकलौता लड़का है, उसके मां-बाप को करोना पॉजिटिव है और उसका ऑक्सीजन लेवल 80 है उसे हॉस्पिटल में बेड नहीं मिल रहा है, तो आप इस व्यक्ति को घर बैठे किस प्रकार मनोवैज्ञानिक, आर्थिक व चिकित्सा की दृष्टि से मदद करेंगे, उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम हम उससे आराम से बात करेंगे और उनकी सारी बातों को ध्यान पूर्वक सुनेंगे क्योंकि ऐसी स्थिति में एक अच्छा लिस्नर होना बहुत जरूरी है व उसे मनोवैज्ञानिक दृष्टि से सांत्वना देंगे कि आपको हम जल्द से जल्द मदद करने वाले हैं। इस उदाहरण के माध्यम से उन्होंने कहा कि प्रत्येक कॉलेज में शिक्षण स्टाफ की मदद से विद्यार्थियों की 5 टीमों का गठन करना चाहिए व टीमें इस प्रकार होंगी जो घर बैठे टेलीफोन की मदद से सहायता प्रदान करेंगी। टीम नंबर वन हॉस्पिटल मैनेजमेंट – जिसमें विद्यार्थी हॉस्पिटल में बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू की उपलब्धता है कि नहीं, उसकी जानकारी प्राप्त करके राम को बताएगा। टीम नंबर दो- हॉस्पिटल मैनेजमेंट -इसमें विद्यार्थी किसी एन जीओ संस्था को टेलीफोन करेगा, व खाने की व्यवस्था करवाएगा। टीम नंबर 3- फैमिली रिलेटिव -इसमें राम को भावनात्मक सपोर्ट प्रदान की जाएगी। टीम नंबर 4 – इसमें मेडिकल से संबंधित वस्तुओं की उपलब्धता की जानकारी देना , इस टीम द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर, ब्लड प्लाज्मा, रेमेडीशिविर इंजेक्शन, दवाइयां, ऑक्सीजन पल्स ऑक्सीमीटर, की उपलब्धता के बारे में जानकारी देकर मदद करेंगे। इस प्रकार मुख्य वक्ता ने विद्यार्थियों को सलाह दी कि हम घर बैठे किस प्रकार मनोवैज्ञानिक आर्थिक व चिकित्सा व अन्य जानकारियों के द्वारा कॉविड पॉजिटिव व्यक्ति की मदद कर सकते हैं। अंत में वर्कशॉप के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री, डॉ राजेंद्र कुमार, प्रोफेसर जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय, सिरसा ने सभी का वर्कशॉप में हिस्सा लेने पर धन्यवाद किया।

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