National Education Policy 2020 in JCD
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 शिक्षा और विकास में निभाएगी महत्वपूर्ण भूमिका : प्रोफ़ेसर ढींडसा
जेसीडी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा, सुधारों और नवोन्मेष पर जोर।
सिरसा, 02 जून 2024: जेसीडी विद्यापीठ के जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) पर एक विचार-विमर्श सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश द्वारा की गई।
इस अवसर पर प्रोफेसर डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और 1986 की नीति के बीच महत्वपूर्ण परिवर्तनों और सुधारों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि 1986 की नीति का उद्देश्य शिक्षा को समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के साथ जोड़ना था, जबकि 2020 की नीति का दृष्टिकोण शिक्षा को एक व्यापक, लचीला और समकालीन आवश्यकताओं के अनुरूप बनाना है।
डॉ. ढींडसा ने बताया कि 1986 की नीति में शिक्षा को सभी के लिए सुलभ और सस्ती बनाने पर जोर था। इसके विपरीत, 2020 की नीति का लक्ष्य नैतिक और संवेदनशील नागरिकों का निर्माण करना है, जो वैश्विक नागरिकता के साथ-साथ भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को भी महत्व देते हैं। उन्होनें कहा कि नई नीति के तहत 5+3+3+4 संरचना की जानकारी दी गई, जो कि 10+2 प्रणाली की जगह लेगी। इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को अधिक लचीला और व्यक्तिगत बनाना है।
डॉ. ढींडसा ने बताया कि नई नीति में मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया है, विशेषकर ग्रेड 5 तक, ताकि छात्रों का प्रारंभिक समझ और संज्ञानात्मक विकास बेहतर हो सके। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में बहु-विषयक दृष्टिकोण और चार-वर्षीय स्नातक कार्यक्रमों को अपनाने की सिफारिश की गई है। इसके साथ ही, उच्च शिक्षा संस्थानों की स्वायत्तता और एकल नियामक निकाय के गठन पर भी जोर दिया गया है।
डॉ. ढींडसा ने कहा कि 2020 की नीति में तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को मुख्यधारा की शिक्षा में शामिल करने का प्रस्ताव है, ताकि छात्रों को विभिन्न करियर विकल्पों के लिए तैयार किया जा सके। उन्होनें कहा कि नई नीति डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाओं का प्रस्ताव करती है, जिसमें ई-लर्निंग सामग्री, ऑनलाइन शिक्षण, और डिजिटल उपकरणों का उपयोग शामिल है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक कदम है, जो भारत को 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा। उन्होंने इस नीति के कार्यान्वयन में सभी शिक्षकों और छात्रों से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।
कार्यक्रम का समापन करते हुए, डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों से इस नीति को सही रूप में अपनाने और अपने शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया में सुधार लाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉक्टर सुधांशु गुप्ता के इलावा सभी शिक्षकगण, और अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित थे। सभी ने इस सत्र की सराहना की और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में अधिक जानने का संकल्प लिया।