Inauguration of NSS Camp

जेसीडी एजुकेशन कॉलेज की एनएसएस यूनिट के सात दिवसीय शिविर का शुभारंभ
राष्ट्रीय सेवा योजना का समग्र उद्देश्य शिक्षा और समुदाय की सेवा करना :- डॉ. रोहताश
‘स्वच्छता’ ही स्वस्थ और शान्तिपूर्ण जीवन का मूल मंत्र:- डॉ. जयप्रकाश

सिरसा, 22 मार्च 2025: जननायक चौधरी देवीलाल विद्यापीठ स्थित जननायक चौधरी देवीलाल शिक्षण महाविद्यालय की एनएसएस यूनिट की ओर से ‘EACH-2025’ की थीम में सात दिवसीय विशेष कैंप का शुभारंभ किया गया। इस एनएसएस कैंप के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा से डॉ. रोहताश, समन्वयक एनएसएस एवं विशिष्ट अतिथि दी सिरसा स्कूल की प्राचार्या श्रीमती मनीषा गोदारा जी रहें वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक प्रो. डॉ. जयप्रकाश द्वारा की गई। इस अवसर पर विद्यापीठ के विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य डॉ. विरेन्द्र कुमार, डॉ.मोहित कुमार, एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉक्टर सतनारायण, डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. रमेश कुमार, डॉ. सुषमा, डॉ. कंवलजीत कौर, डॉ. निशा, मदनलाल बेनीवाल, डॉ. राजपवन, शालिनी, प्रिति व सभी महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण, विद्यार्थीगण उपस्थित रहें।

कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. राजेन्द्र कुमार आएं हुए अतिथियों का स्वागत किया।

मुख्य अतिथि डॉ. रोहताश ने अपने संबोधन में कहा कि एनएसएस का आदर्श वाक्य “मुझे नहीं बल्कि आप” है यह लोकतांत्रिक जीवन का सार व्यक्त करता है। राष्ट्रीय सेवा योजना का समग्र उद्देश्य शिक्षा और समुदाय की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि एनएसएस केवल साफ, सफाई का ही कार्य नहीं करता अपितु इसका क्षेत्र विस्तृत है। एनएसएस से जुड़े बच्चे स्वावलंबी बनते हैं और जहां ये समाज के काम आते हैं तो आपदा के समय देश हित में बड़े उद्देश्यों को पूरा करने में भी पीछे नहीं हटते।उन्होंने कहा कि खुद आत्मनिर्भरता के सिद्धांत पर चलकर ही स्वयं सेवक दूसरों की सेवा कर पाता है।

डॉ. जयप्रकाश ने अपने संबोधन में एन एस एस में भाग ले रहे विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया और उन्हें बढ़-चढ़ कर समाज के लिए काम करने की प्रेरणा दी। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और जागरूकता के सिद्धांत पर कार्य करने पर जोर दिया। डॉ. जयप्रकाश ने कहा कि एनएसएस वॉलंटियर्स एनएसएस शिविर के दौरान पूरी लगन से समाज की सेवा करेंगे और ग्रामीणों को विभिन्न जानकारियां भी देंगे। उन्होंने आह्वान किया कि वे लोगों को जागरूक करें और समाज में फैली कुरीतियों को भगाएं। उन्होंने कुशलता, साहस, धैर्य और सहयोग की भावना पर विशेष बल दिया। उन्होनें कहा कि आज आधुनिक युग मे विद्यार्थी को अपनी पढ़ाई के साथ साथ समाज सेवा और समाज के प्रति कर्तव्य और दायित्व की जानकारी होना अति आवश्यक है समाज में अनेक बुराई व कुरीतियां है वह सिर्फ जागरूकता के माध्यम से ही दूर की जा सकती है।

श्रीमती मनीषा गोदारा ने कहा कि अध्यापकों के लिए एनएसएस का विशेष महत्व है। जो आप यहां सीख कर जाएं उसको कक्षा में लागू भी करें तभी आपकी सार्थकता सिद्ध होंगी। भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों पर आधारित शिक्षा होनी चाहिए। एनएसएस का विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण में बहुत महत्व है। इससे नेतृत्व की भावना,आत्मविश्वास, मानवता, जीवन मूल्यों को धारण करने और इन गुणों के विकास करने में सहायता मिलती है।

एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. सतनारायण ने आए हुए अतिथियों व गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया।

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