Inauguration of CRE Programme
जन नायक चौधरी देवीलाल शिक्षण महाविद्यालय सिरसा में भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित तीन दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा ( सीआरई ) कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया
विकलांग बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ विशेष पुनर्वास सेवाओं को शामिल किया जाए: डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा
सिरसा 09-01-2023 : जन नायक चै देवीलाल शिक्षण महाविद्यालय सिरसा में भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित तीन दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा ( सीआरई ) कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ जय प्रकाश द्वारा की गई । इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉक्टर सुधांशु गुप्ता के इलावा शिक्षा निदेशालय एनसीटी, दिल्ली से सैफाली कश्यप विशेष शिक्षा शिक्षक , स्पेशल एजुकेटर गीता कथुरिया रिसोर्स पर्सन के रूप में उपस्थित हुए।सर्वप्रथम मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
-
CRE ProgrammeSee images »
उसके पश्चात डॉ जयप्रकाश ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए उनका संक्षिप्त परिचय दिया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से कहा कि आप सभी नौकरी के साथ साथ एक पुनीत कार्य से भी जुड़े हुए है। अतः आप अपने अपने क्षेत्र में पूरे मन एवं ईमानदारी से कार्य करें ताकि ईश्वर आपकी हमेशा मदद करता रहेगा। उन्होंने कहा कि खेलकूद, मनोरंजन से बालकों का शारीरिक व मानसिक विकास होता है इसलिए हमें दिव्यांग बालकों को भी नियमित रूप से खेलकूद गतिविधियाँ करवानी चाहिए।
जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय के परिवार द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी और सभी प्रतिभागियों व विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं की। डॉक्टर ढींडसा ने संबोधित करते हुए कहा कि विकलांगता के शिकार बच्चे सबसे अधिक संवेदनशील समूह के होते हैं और उन्हें विशेष देखभाल की जरूरत होती है विकलांग बच्चों की देखभाल, सुरक्षा के अधिकार को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। गरिमा तथा समानता के लिए विकास के अधिकार को सुनिश्चित किया जाना चाहिए, ताकि एक सक्षम वातावरण का निर्माण किया जाएं जहां विक्लांग बच्चे अपने अधिकार की पूर्ति कर सकंे और विभिन्न कानूनों के अनुरूप समान अवसरों का लाभ उठाकर पूर्ण भागीदारी प्रदर्शित कर सकंे। विकलांग बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ विशेष पुनर्वास सेवाओं को शामिल किया जाएऔर गंभीर विकलांगता के शिकार बच्चों के लिए विकास के अधिकार तथा विशेष आवश्यकताओं व देखभाल, सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने एक विश्व प्रसिद्ध ब्रितानी भौतिक विज्ञानी, ब्रह्माण्ड विज्ञानी, लेखक और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में सैद्धांतिक ब्रह्मांड विज्ञान केन्द्र के शोध निर्देशक और ब्लैक होल और महाविस्फोट का सिद्धांत की खोज करने वाले स्टीफ़न विलियम हौकिंग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें मोटर न्यूरॉन नाम की बीमारी थी। .स्टीफन हॉकिंग के दिमाग को छोड़कर उनके शरीर का कोई भी भाग काम नहीं करता था। सिर्फ व्हील चेयर पर बैठे बैठे उन्होंने क्वांटम ग्रेविटी और ब्रह्मांड विज्ञान का अध्ययन किया और अल्बर्ट आइंस्टाइन के बाद दुनिया का महान सैद्धांतिक भौतिकीविद बने।
इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन श्रीमती गीता कथूरिया ने दिव्यांग बच्चों के शीघ्र हस्तक्षेप के बारे में विस्तार से बताया । रिसोर्स पर्सन डॉ शेफाली ने व्यक्तिगत शैक्षणिक कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर मदन लाल ने सीआरई कार्यक्रम के उद्देश्य एवं महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में राज पवन ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया।