CRE Programme: 16 November – 18 November, 2020
भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली के प्रायोजन के तहत तीन दिवसीय सीआरई कार्यक्रम
सिरसा 17-11-2020 : जन नायक चौधरी देवी लाल विद्यापीठ में स्थापित जननायक चौधरी देवीलाल शिक्षण महाविद्यालय, सिरसा में दिनांक 16 से 18 नवम्बर, 2020 को भारतीय पुनर्वास परिषद, नई दिल्ली के प्रयोजन के तहत तीन दिवसीय सी आर ई (सतत् पुनर्वास शिक्षा) कार्यक्रम का आयोजन आनलाइन किया जा रहा है। जिसमें जेसीडी विद्यापीठ की प्रबन्ध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ जयप्रकाश व कार्यक्रम सचिव डॉ राजेंद्र कुमार द्वारा की गई। इस कार्यक्रम का मंच संचालन मदनलाल द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ जयप्रकाश ने जानकारी देते हुए बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के 50 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिन प्रतिभागियों का आरसीआई से रजिस्ट्रेशन है वही प्रतिभागी इस कार्यक्रम में भाग ले रहा हैै। सीआरई प्रोग्राम पेशेवरों के ज्ञान और कौशल को बढाने के लिए आरसीआई का एक महत्वपूर्ण पहलू है ताकि विकलांग लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान की जा सकें। यह पहलू कार्यशालाओं सेमिनारों अल्पकालिक रिफ्रेशर पाठ्यक्रमों अभिविन्यास कार्यक्रमों के माध्यम से किया जाता है जो आरसीआई द्वारा समर्थित हैं।
मुख्यातिथि डॉ. शमीम शर्मा ने सम्ब®धित करते हुए कहा कि आरसीआई पुनर्वास के क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण के मानकों में सुधार के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है। इस संबंध में परिषद चयनित आरसीआई अनुमोदित प्रशिक्षण संस्थान राष्ट्रव्यापी जैसे आरईएपीएनए के संस्थान में निरंतर चल रहे पुनर्वास शिक्षा (सीआरई कार्यक्रम का समर्थन करता रहता है। यह जानकारी इन क्षेत्रों में काम करने वाले पुनर्वास पेशेवरों और कर्मियों के लिए दी गई है, ताकि वे अपने पेशेवर कौशल को उन्नत करने के लिए नजदीकी केंद्र में शामिल हो सकें।
इस कार्यक्रम के पहले दिन सेंट्रल यूनिवर्सिटी भटिंडा पंजाब से डॉक्टर शंकरलाल एसोसिएट प्रोफेसर ने विशेष बच्चों के शिक्षण और सीखने में आईसीटी और मल्टीमीडिया का उपयोग पर विस्तार से जानकारी दी ! दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी इरविन कॉलेज के डिपार्टमेंट ऑफ़ एजुकेशन से डॉ. विनोद कालड़ा ने विशेष बच्चों के लिए राज्य या केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं और लाभ के बारे में अवगत कराया वही इसी कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुल्तान सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में पूर्ति के लिए हितधारकों के साथ समुदाय आधारित पुनर्वास पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी I कार्यक्रम के दूसरे दिन मिस्टर राज पवन जांगड़ा, मिस्टर रिंकू एवं डॉक्टर सूरज कुमार ने भी अपने वक्तव्य से प्रतिभागियों को लाभान्वित किया.
कार्यक्रम सचिव डॉ राजेंद्र कुमार ने इस तीन दिवसीय आवासीय कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 1992 के आरसीआई अधिनियम के आरसीआई यूएस 19 के साथ पंजीकृत इन-सर्विस और प्रैक्टिस करने वाले पेशेवरों और कर्मियों के ज्ञान और कौशल को उन्नत करने के लिए व पुनर्वास और विशेष शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे मास्टर ट्रेनरों के व्यावसायिक ज्ञान को उन्नत करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।