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Celebration of World Sparrow day | JCD PG College of Education
World Sparrow day (4)

Celebration of World Sparrow day

जेसीडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन में विश्व गौरैया गौरैया दिवस पर एक जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन ।

20 मार्च, 2023 सिरसा: जेसीडी विद्यापीठ में स्थित जेसीडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन में विश्व गौरैया गौरैया दिवस पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें कालेज के प्राचार्य डॉ जयप्रकाश ने कॉलेज के स्टाफ एवं विद्यार्थियों के साथ एलकेविभिन्न स्थानों में पक्षियों के लिए मिट्टी के बर्तनों में पीने के लिए पानी की व्यवस्था की । डॉक्टर जयप्रकाश ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को गौरैया दिवस मनाया जाता है। यह दिवस पूरी दुनिया में गोरैया पक्षी के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है । घरों को अपनी ची ची से चहकाने वाली गोरैया अब दिखाई नहीं देती। इस छोटे आकार वाले खूबसूरत पक्षी का कभी इंसान के घरों में बसेरा हुआ करता था और बच्चे बचपन से इसे देखते हुए बड़ा हुआ करते थे । अब स्थिति बदल गई है गौरैया के अस्तित्व पर छाए संकट के बादलों ने इसकी संख्या काफी कम कर दी है और कहीं-कहीं तो अब यह बिल्कुल दिखाई ही नहीं देती ।

जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा ने अपने संदेश में गौरैया दिवस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह दिन पहली बार 2010 में भारत में मनाया गया था और तब से दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है। विश्व गौरैया दिवस एक महत्वपूर्ण उत्सव है जो गौरैया के महत्व और उनके संरक्षण पर प्रकाश डालता है। गौरैया संरक्षण को बढ़ावा देकर और गौरैया के अनुकूल आवास बनाकर लोग इन छोटे पक्षियों के संरक्षण में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व गौरैया दिवस का उद्देश्य गौरैया की घटती आबादी और उनके संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन व्यक्तियों और समुदायों को एक साथ आने और गौरैया की रक्षा और संरक्षण के लिए कार्रवाई करने का अवसर प्रदान करता है। डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि गौरैया छोटे, सामान्य पक्षी हैं जो दुनिया के कई हिस्सों में पाए जाते हैं। वे कीटों और कीड़ों को नियंत्रित करके और अन्य जानवरों के लिए भोजन स्रोत के रूप में कार्य करके पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, आवास के नुकसान, प्रदूषण और कीटनाशकों के उपयोग जैसे विभिन्न कारकों के कारण हाल के वर्षों में वैश्विक गौरैया की आबादी तेजी से घट रही है।विज्ञान क्लब के प्रभारी डॉ निशा गोयल ने आए हुए सभी अतिथियों एवं छात्र छात्राओं का धन्यवाद किया इस अवसर पर कॉलेज के समस्त स्टाफ सदस्यगण , विद्यार्थी मौजूद रहे।

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