Celebration of Shahid Sukhdev Jayanti

शहीद सुखदेव ने सदैव सामाजिक न्याय , राष्ट्रवाद, और स्वतंत्रता का किया था समर्थन: ढींडसा
“जेसीडी विद्यापीठ में शहीद सुखदेव की जयंती पर कविता और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन ।

सिरसा 15 मई 2024: जेसीडी विद्यापीठ में स्थित शिक्षण महाविद्यालय में आज, जेसीडी शहीद सुखदेव की जयंती का उत्सव धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर कविता और भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने शहीद सुखदेव के जीवन और उनके विचारों पर अपने विचार व्यक्त किए।

मुख्य अतिथि के रूप में विद्यापीठ के महानिदेशक प्रोफेसर कुलदीप सिंह ढींडसा उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को सुखदेव के विचारों के महत्व को समझाया और उनके बलिदान को सलामी अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि शहीद सुखदेव, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सपूतों में से एक थे। उनकी विचारधारा एक उदाहरणीय समाजवादी, राष्ट्रवादी, और क्रांतिकारी थी। सुखदेव ने विद्या, समाज, और राष्ट्र के प्रति अपनी संकल्पितता को स्वीकार किया। उनका मूल उद्देश्य था सामाजिक न्याय, स्वतंत्रता, और विश्वास की प्रेरणा फैलाना। उन्होंने कहा कि शहीद सुखदेव ने सदैव सामाजिक न्याय, राष्ट्रवाद, और स्वतंत्रता का समर्थन किया। उनका संघर्ष इन मूल्यों की रक्षा के लिए था। उन्होनें कहा कि भगत सिंह, राजगुरु, और सुखदेव ने साथ मिलकर भारतीय स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपनी जान की कुर्बानी दी। उनकी शौर्यगाथा आज भी हमें प्रेरित करती है।

डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि उनकी विचारधारा में राष्ट्र भक्ति और सामाजिक न्याय का गहरा आधार था। उन्होंने गरीबी, असमानता, और अत्याचार के खिलाफ संघर्ष किया। सुखदेव का विचारधारा युवा ऊर्जा को समर्पित था और वे आधुनिक भारत के निर्माता के रूप में देखे जाते हैं। उनकी विचारधारा में शिक्षा का महत्व अत्यंत उच्च था। वे शिक्षा को समर्थन और स्वतंत्रता की मुख्य आधारशिला मानते थे। सुखदेव का सपना था एक ऐसे समाज का निर्माण करना जहां शिक्षा सभी के लिए समान रूप से उपलब्ध हो।

उनका दृष्टिकोण स्वतंत्रता के प्रति अत्यंत उत्साही और समर्थ था। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपना जीवन समर्पित किया और युवाओं को स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने का संदेश दिया। सुखदेव की विचारधारा ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नया आयाम दिया और उन्हें एक नेतृत्वीय आदर्श के रूप में याद किया जाता है। उनके विचारों और बलिदान ने भारतीय समाज को एक नया दिशा सूचीत किया और आज भी उनकी यादें हमें प्रेरित करती हैं।

सभी विजेता विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया और उन्हें प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए । यह प्रोग्राम प्रवक्ता डॉक्टर कंवलजीत कौर की देख रेख में करवाया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर डॉ राजेंद्र कुमार एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रमेश कुमार , डॉक्टर निशा , मदन लाल , राज पवन , अनुराधा व प्रीति के इलावा कॉलेज का समस्त स्टाफ और विद्यार्थी गण उपस्थित रहे।

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