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Celebration of National Energy Conservation Day
ऊर्जा का संरक्षण करना है हर नागरिक का दायित्व: प्रोफेसर ढींडसा ।
जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस।
सिरसा 15 दिसंबर 2023: जेसीडी विद्यापीठ में स्थित जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता करवाई गई । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा थे । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश द्वारा की गई। सर्वप्रथम कॉलेज के प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि को हरा पौधा भेंट कर स्वागत किया गया।
इस कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ जय प्रकाश ने स्वागत करते हुए अपने संबोधन में विद्यार्थियों को बताया कि राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस भारत में हर साल 14 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य विद्यार्थियों को ऊर्जा संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना है। ऊर्जा संरक्षण का अर्थ है ऊर्जा की खपत को कम करना। यह ऊर्जा के उपयोग को अधिक कुशल बनाने और ऊर्जा के स्रोतों को बचाने के लिए किया जा सकता है।
मुख्य अतिथि डॉक्टर ढींडसा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनियाभर में बिजली की खपत पिछले आधी शताब्दी में लगातार बढ़ी है। आपको जान कर हैरानी होगी कि यह 2022 में लगभग 25,500 टेरावॉट-घंटे तक पहुंच गई है। 1980 से 2022 के बीच बिजली की खपत तीन गुना से भी अधिक हो गई, जबकि वैश्विक आबादी लगभग आठ अरब लोगों तक पहुंच गई। इससे हमारी प्रकृति पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को ऊर्जा का सही तरीके से उपयोग करने के महत्व को समझाना , सामाजिक सहयोग को बढ़ाना और ऊर्जा संरक्षण के प्रति समर्पितता बढ़ाना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को यह बताने का प्रयास किया गया कि ऊर्जा को कैसे सुरक्षित रूप से उपयोग किया जा सकता है और इससे कैसे ऊर्जा की बर्बादी को कम किया जा सकता है।
डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस विद्यार्थियों को ऊर्जा कुशल उपकरणों और व्यवहारों के बारे में शिक्षित करता है। यह पर्यावरण की रक्षा में मदद करता है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा उत्पादन पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकता है। ऊर्जा संरक्षण से ऊर्जा उत्पादन में कमी आती है, जिससे पर्यावरण को बचाने में मदद मिलती है। यह आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है। ऊर्जा की खपत में कमी से ऊर्जा की लागत कम हो सकती है। यह आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि ऊर्जा का संरक्षण करना हर नागरिक का दायित्व है इस लिए अनावश्यक ऊर्जा के उपयोग से बचें और ऊर्जा संरक्षण में अपना योगदान दें।
डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का उद्देश्य ऊर्जा संरक्षण के महत्व का प्रसार और ऊर्जा दक्षता तथा संरक्षण में देश की उपलब्धियों का प्रदर्शन करना है। उन्होनें बताया कि ऊर्जा संरक्षण के लिए सबसे पहला सिद्धान्त साल 1841 में जूलियस रॉबर्ट मेयर ने दिया। उर्जा संरक्षण का नियम के मुताबिक किसी अयुक्त निकाय की कुल उर्जा समय के साथ नियत रहती है। इस प्रतियोगिता में एमएड द्वितीय वर्ष की छात्रा चंचल ने प्रथम स्थान तथा बीएड विशेष की प्रथम वर्ष की छात्रा हर्षिका और ने द्वितीय स्थान तथा बीएड विशेष प्रथम वर्ष की छात्रा मनीषा और रितु ने संयुक्त रूप में तृतीय स्थान हासिल किया।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि द्वारा विजेता विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र दिए गए। प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । इस अवसर पर कॉलेज के सभी स्टाफ सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।