Mehandi Competition on the occasion of Karva Chauth
जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय में करवा चौथ पर मेहन्दी रचाओं प्रतियोगिता का आयोजन।
पति पत्नी को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देता है करवा चौथ : प्रोफेसर ढींडसा
सिरसा 01-11-2023: जननायक चौ. देवीलाल विद्यापीठ, सिरसा में स्थित शिक्षण महाविद्यालय के बहुआयामी कक्ष में करवा चौथ व्रत पर एक मेहन्दी रचाओं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यापीठ में स्थित सभी महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने शिरकत की एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश द्वारा की गई। इस अवसर पर विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. सुधांशु गुप्ता भी उपस्थित हुए।
प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश द्वारा मुख्य अतिथि का इस कार्यक्रम में पहुंचने पर हार्दिक स्वागत हरा पौधा देकर किया और कहा कि यह त्योहार महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है। महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रखती हैं और अपने पति का चेहरा देखकर ही इस व्रत को खोलती है यह त्योहार सिर्फ भारतवर्ष में ही मनाया जाता है। यह बहुत खुशी की बात है कि हम सब भारत के निवासी हैं। जहां सूर्यास्त तक महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
मुख्य अतिथि डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने सभी प्रतिभागियों एवं उपस्थित सभी महिलाओं को संबोधित करते हुए करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं दी और कहा कि भारतवर्ष में महिलाओं को एक विशेष स्थान दिया गया है। महिला मां, बहन, बेटी, बहू के रूप में हर जगह विराजमान है और करवा चौथ का त्योहार बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। वे अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं और अपने पति को ही अपना देवता मानती हैं। प्रोफेसर ढींडसा ने कहा कि करवा चौथ पति पत्नी को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि पति-पत्नी के रिश्ते को मन, वचन, कर्म, धर्म से निभाना होता है। आज के भौतिकवादी युग में इस रिश्ते में व्यापक परिवर्तन आ रहा है। अब इसे हम पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव कहें, टीवी कल्चर कहें या अपनी कमजोरी, जो उनके इस पावन रिश्ते में जहर घोल रही है। उन्नति के नए रास्तों से भी दाम्पत्य जीवन में कुछ नई चुनौतियां उभरने लगी है। फिर भी यह मानना होगा की यदि कितना भी परिवर्तन क्यों न आ जाए, कितनी भी चुनौतियां सामने हो किंतु जब तक जीवन की आधारभूत मान्याताओं को महत्व देते रहेंगे उसमें कोई दखल नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि प्रेम, त्याग, समर्पण, सहयोग, सदभावना, संस्कार, सौम्यता, शिष्टाचार, समदृष्टिकोण, क्षमाशीलता और सदगुण दाम्पत्य जीवन जीने के लिए की आधारशीला है।
कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में डॉक्टर अनुपमा सेतिया , डॉक्टर शिखा गोयल और डॉक्टर हरलीन कौर द्वारा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान माधव, द्वितीय स्थान कंचन एवं तृतीय स्थान रिथमप्रीत कौर व माया को संयुक्त रूप से घोषित किया। प्रतियोगिता का आयोजन महिला प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ. निशा और इस कार्यक्रम की प्रभारी प्रीति के नेतृत्व में करवाई गई। मुख्य अतिथि द्वारा सभी विजेता विद्यार्थियों को ईनाम और प्रमाण पत्र दिए गए। इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के सभी कॉलेज के प्राचार्यगण एवं शिक्षण महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।