Lecture on Mental Health Day
आधुनिक प्रतिस्पर्धा है विद्यार्थी के तनाव का कारण ‘: डॉ. ढींडसा
जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय में मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर व्याख्यान का आयोजन ।
सिरसा 10 अक्टूबर,2023, : जननायक चौ. देवीलाल शिक्षण महाविद्यालय, सिरसा के सभागार कक्ष में ‘मानसिक स्वास्थ्य दिवस ‘ के उपलक्ष्य में ‘मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानवाधिकार है’ विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य व्यक्ता श्री राजेन्द्र जोधपुरियां थे व कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश ने की। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश ने आएं हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आजकल की इस दौड़ती भागती जिंदगी में हर कोई मानसिक दबाव से गुजर रहा है लेकिन, बहुत कम लोग ही इसे अहमियत देते हैं। इस अनदेखी के कारण वे मेंटल स्ट्रेस, डिप्रेशन, एंजाइटी से लेकर हिस्टीरिया, डिमेंशिया, फोबिया जैसी मानसिक बीमारी का शिकार हो जाते हैं। दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता को समझाने के लिए आज के दिन यानी 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इसका मकसद यह है कि लोगों के बीच मानसिक दिक्कतों को लेकर जागरूकता फैलाई जा सके। जिस प्रकार हम वायु प्रदुषण, जल प्रदुषण, ध्वनि प्रदुषण आदि विषयों के प्रति जागरूक हैं उसी प्रकार मन प्रदुषण के प्रति भी हमें जागरूक होना होगा।
विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने अपने संदेश में कहा कि आज व्यक्ति बेरोजगारी, खानपान, रहन सहन, आधुनिक प्रतिस्पर्धा के कारण तनाव में हैं वो सदैव चिन्ता में रहते हैं। चिंता, चिता के समान है। तनावग्रस्त जीवनशैली में बिगड़ने मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसके प्रति जागरूकता पैदा करने और इससे बचने के उपायों पर विचार करने के उद्देश्य से पूरे विश्व में ” मानसिक स्वास्थ्य दिवस या मानसिक दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पूरे विश्व के सरकारी और सामाजिक संगठनों द्वारा तनावमुक्ति विषय पर कार्यक्रम आयाजित किए जाते हैं। विकास की दौड़ में भागती जीवनशैली से उपजे तनाव के प्रति चिंता व्यक्त कर, उससे बचने और दूर करने के बारे में विचार-विमर्श किया जाता है। साथ ही इसके प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए कई तरह के आयोजन किए जाते हैं।
मुख्य वक्ता राजेन्द्र जोधपुरियां ने अपने व्याख्यान में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह बात हर किसी को हर दिन याद रखनी चाहिए, कि तनाव किसी भी समस्या का हल नहीं होता बल्कि कई अन्य समस्याओं का जन्मदाता होता है। उदाहरण के लिए तनाव आपको अत्यधिक सिरदर्द, माइग्रेन, उच्च या निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याओं से ग्रस्त करता है। दुनिया में सबसे अधिक हार्ट अटैक का प्रमुख कारण मानसिक तनाव होता है। यह आपका स्वभाव चिड़चिड़ा कर आपकी खुशी और मुस्कान को भी चुरा लेता है। इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर करना जरूरी ही नहीं अनिवार्य हो गया है। उन्होंने अभ्यास के द्वारा यह दर्शाने का प्रयास किया कि तनाव को हम दूर कर सकते हैं। जोधपुरियां ने मानसिक तनाव एवं चिंता को कैसे दूर किया जा सकता, इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।