Webinar 9

Valedictory of 2-day National Webinar

सिरसा 15,मई,2022: जन नायक चौधरी देवी लाल विद्यापीठ में स्थापित जननायक चौधरी देवीलाल शिक्षण महाविद्यालय, सिरसा में भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा दो दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा (सीआरई) आनलाइन कार्यक्रम का विधिपूर्वक समापन समारोह हुआ। इस समापन समारोह की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ जयप्रकाश ने की। समापन समारोह में डॉ जयप्रकाश ने संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के प्रोग्राम विकलांग व्यक्तियों के पुनर्वास और विशेष शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले मास्टर प्रशिक्षकों के पेशेवर ज्ञान और कौशल को अपग्रेड करते हैं।उन्होंने कहाकि आप सभी नौकरी के साथ साथ एक पुनीत कार्य से भी जुड़े हुए है। अतः आप अपने अपने क्षेत्र में पूरे मन एवं ईमानदारी से कार्य करें ताकि ईश्वर आपकी हमेशा मदद करता रहे। डॉ जयप्रकाश ने कहा कि इस प्रकार के विशेष बच्चों की बहुत ही देखभाल की आवश्यकता है। विशेष अध्यापक इस प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेकर समाज में जागृति पैदा कर सकते हैं।

जेसीडी विद्यापीठ की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ शमीम शर्मा ने इस इस प्रोग्राम को सफलतापूर्वक आयोजन करवाने के लिए कॉलेज के प्राचार्य डॉ जयप्रकाश एवं उसकी टीम की प्रशंसा की तथा उन्होंने अपने संदेश में कहा कि हमें समाज में दिव्यांग बच्चों को बैरियर फ्री वातावरण देने की दिशा में विशेष ध्यान देना चाहिए और जेसीडी विद्यापीठ भी इस प्रकार की सुविधा देने की तरफ अग्रसर है और इन्ही सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इस कैंपस में एक रिहैबिलिटेशन सेंटर की स्थापना की है। उन्होनें भविष्य में भी महाविद्यालय द्वारा समावेशी शिक्षा व दिव्यांग बच्चों से संबंधित वेबीनार व सेमिनार कराने का आग्रह किया , ताकि सभी दिव्यांग बच्चों से संबंधित बाधा मुक्त वातावरण तैयार किया जा सके और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।

इस वेबीनार के कोऑर्डिनेटर मदन लाल ने बताया की आज दूसरे दिन सेंट्रल यूनिवर्सिटी बठिंडा से प्रोफेसर डॉक्टर शंकरलाल बिका , मायर कॉलेज ऑफ एजुकेशन जम्मू से डॉक्टर रोनिका शर्मा व असिस्टेंट प्रोफेसर श्री छोटू राम, लेडी इरविन कॉलेज न्यू दिल्ली से डॉ विनोद कालरा जी, नवज्योति विकास केंद्र जोधपुर से डॉक्टर महेंद्र कुमार चौधरी ने वेबीनार में सभी प्रतिभागियों को संबोधित किया ।

सर्वप्रथम सेंट्रल यूनिवर्सिटी बठिंडा से प्रोफेसर डॉ शंकरलाल बिका ने यूनिवर्सल डिज़ाइन और यूनिवर्सल डिज़ाइन फ़ॉर लर्निंग की अवधारणा पर्यावरणीय बाधाएं और उन्हें दूर करने के तरीके और इसके सिद्धांत के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने सामान्य पाठ्यक्रम के संदर्भ में सार्वभौमिक डिजाइन में बाधाएं और भौतिक वातावरण (कक्षा का वातावरण, प्रयोगशाला, पुस्तकालय) और समाधान में चुनौतियाँ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। मायर कॉलेज ऑफ एजुकेशन जम्मू से डॉक्टर रोनिका शर्मा ने दृश्य हानि, श्रवण दोष, संचार विकार और बौद्धिक अक्षमता वाले छात्रों के संदर्भ में सार्वभौमिक डिजाइन समाधान, समावेशी कक्षा दिनचर्या, चुनौतियाँ और समाधान , विभिन्न विषयों के संबंध में यूडीएल पाठ योजना तैयार करने की आवश्यकता पर जानकारी दी। डॉक्टर महेंद्र कुमार चौधरी ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए समावेशी शिक्षा की बाधा पर जानकारी दी।डॉ विनोद कालरा ने विशेष छात्रों के लिए मनोरंजक गतिविधियों में आने वाली बाधाओं को समझना और उनके निवारण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। श्री छोटू राम ने दिव्यांगों के लिए स्कूल, घर या कार्यस्थल पर बाधाओं को कैसे दूर कर सकते हैं इसके बारे में विस्तारपूर्वक बताया।

कार्यक्रम के अंत में आयोजन सचिव डॉ राजेंद्र कुमार ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया। इस प्रोग्राम में सह कोऑर्डिनेटर श्री राज पवन जांगड़ा एवं श्रीमती अनुराधा ठाकुर का भी विशेष योगदान रहा ।

इस अवसर पर शिक्षण महाविद्यालय के सभी स्टाफ एवं विद्यार्थीगण भी ऑनलाइन जुड़े।

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